sochta hoon

कैसा लगता होगा,
जब कोई तुम्हें भगवान बना देता है.
कोई तुम्हारी नींद से सोता होगा
कोई तुम्हारे जागने से जागा होगा

जब तुम्हारी हाँ पर खुशियाँ टिकी होंगी
जब तुम्हारी ना पर सब मिटा होगा
आती आंधियां भी देख झूट्लाया होगा
हारा जानके भी, सब दाँव पर लगाया होगा

कैसा लगता होगा,
जब कोई तुम्हें भगवान बना देता है.
किसी के सब कुछ से, कुछ भी नहीं का सफ़र
साथ छुटना कभी तो दिखाई देता होगा

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